मसीही सेवकाई

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अध्याय — 22
प्रार्थना और प्रचार सहायता सभायें

प्रभावषाली प्रार्थनाओं का रहस्य

परमेष्वर के राज्य को उठाकर खड़ा करने का काम टाल दिया गया था। आगे बढ़ा दिया गया है। क्योंकि मानवीय माध्यमों के अनुसार चाहे वे विष्वासी हो या विष्वासघाती। काम पिछड़ गया क्योंकि मनुष्य स्वयं ही आपसी सहयोग करने में असफल रहे और परमेष्वर से सहयोग नहीं लिया। मनुश्य षायद प्रार्थना करके कहें, तेरा राज्य आयें तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग में पूरी होती है, वैसे पृथ्वी पर भी हो “किन्तु यदि वे इस प्रार्थना के अनुसार काम करने में असफल होते हैं प्रार्थना को अपने जीवन के कार्यो के द्वारा परमेष्वर का राज्य लाने में परिश्रम नहीं करते तो उनकी प्रार्थना फलवन्त नहीं होगी।’ (टेस्टमनीज फॉर द चर्च 1:337, 398) ChsHin 284.1