मसीही सेवकाई
एक परीक्षा/न्याय जिसका होना निश्चित
अंतिम पवित्र कार्य को करने कुछ महान लोग नियुक्त किये जायेंगे, वे पूरी तरह से परिपूर्ण, परमेश्वर से मुक्त जिन्हें परमेश्वर काम में नहीं ला सकता। प्रभु के पास विश्वास योग्य सेवक है जिनका खुलासा उनके जाँच-पड़ताल के बाद होगा कि वे कितने विश्वासी हैं। अभी भी परमेश्वर की नजरों में किमती लोग है, जिन्होंने बाल दिवता को दण्डवत नहीं किया, उनके पास तो वो अद्भुत ज्योति भी नहीं है जो तुम को लगातार रौशन कर रही है। किन्तु हो सकता है कि ऐसे जीवन ऊपरी तौर से बेतुके हों किन्तु आंतरिक रूप से एक चमकदार चरित्र लिये हुये और प्रभु यीशु का उदार मन को दर्शाने वाले हों। दिन के समय हम आकाश की ओर देखने पर हमें तारें नज़र नहीं आते, वे वहाँ हैं, आकाष में स्थिर, किन्तु दिखाई नहीं देते। रात के समय ही वे हमारी आँखों के सामने दषश्ट गोचर होते है। ChsHin 65.1
वह समय ज्यादा दूर नहीं जब हर ए आत्मा परखी जायेगी। कलीसिया से षुद्ध सोना और खार को अलग किया जायेगा। सच्ची ६ ार्मिकता साफ-साफ दिखाई देने लगेगी। कई ऐसे तारे जिनकी चमक हमें चौंका देती थी, वे कहीं अंधेरे में चले जायेगें। खाली बादलों का सा भूसा हवा से उड़ा दिया जायेगा। यहां तक की उन गेहूँ के खत्तें से जो आटा सा भरा पड़ा था। वे सभी जो अपने आप को परमेश्वर के भवन के पात्र समझते किन्तु प्रभु यीशु की धार्मिकता से ढाँके नहीं गये वे अपनी ही नग्नता की लज्जा से लज्जित दिखाई देंगे। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च- 5:80, 81) ChsHin 65.2