कलीसिया के लिए परामर्श

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रविवार सम्बंधी कानून

धार्मिक शक्तियां इकरार से तो स्वर्ग से सम्बंधित और मेम्ने के से गुण रखने का दावा करती हैं पर अपनी कृतियों से प्रदर्शित करती हैं कि उनका हृदय अजगर का है.और शैतान द्वारा भड़काते और नियत्रित की जाती हैं.समय आ रहा है जब परमेश्वर के लोग उपद्रव का हाथ महसूस करेंगे क्योंकि वे सातवें दिन को पवित्र मानते हैं.शैतान ने सब्बत की तबदीली अपने मनोरथ को पूरा करने के लिये इस आशा से करवाई कि परमेश्वर की योजना असफल रहे.वह परमेश्वर की आज्ञाओं को संसार में से कम प्रभावशाली बनाने की चेष्टा करता है.वह पाप का पुरुष जिसने समयों तथा व्यवस्थाओं को बदलने को सोचा और जिसने सर्वदा परमेश्वर परमेश्वर लोगों को सताया ऐसे कानून बनवाएगा जिससे हफ्ते के पहिले दिन मानने का हुक्म जारी हो.परन्तु परमेश्वर के लोग उसकी आज्ञा मानने पर दृढ रहेंगे.और परमेश्वर उनके लिये अद्भुत काम करेगा और स्पष्टता से दिखलायेगा कि वह देवताओं का भी परमेश्वर ककेप 323.4

हफ्ते के पहले दिन मानने का नियम धर्मपतित मसीहत को रचना है.रविवार पोपियत का बालक है और मसीह दुनिया ने इसको परमेश्वर के पवित्र विश्राम दिन से भी उच्चासीन किया है.परमेश्वर के लोगों को किसी दशा में उसकी प्रतिज्ञा न करनी चाहिये.परन्तु में चाहती हूँ कि वे समझे कि वे विरोध करने से परमेश्वर की इच्छा पूरी नहीं कर रहे हैं जब कि वह चाहता है कि वे उससे बचे रहें.यों व द्वेष को ऐसा कष्टदायक बना देते हैं कि सत्य का प्रचार करना असम्भव हो जाता है.रविवार के कानून को चुनौती देकर कोई प्रदर्शन न कीजिए, यदि एक स्थान में ऐसा किया जायगा और आप लज्जित हों तो वही बात दूसरे स्थान में भी की जायगी.हम रविवार को ऐसे कार्य करने के लिये प्रयोग कर सकते हैं जिससे मसीह में वृद्धि होगी.हमें भरसक पूर्ण नम्रता से कार्य करना चाहिये. ककेप 324.1

जब हम रविवार के दिन धार्मिक काम में संलग्न हैं तो स्वाधीन परमोत्साही जनों का मुंह बंद किया जायगा.जो सेवंथ-डे ऐडवेनटिस्ट लोगों को लज्जित करने से अति प्रसन्न होते थे.जब वे देखेंगे कि हम रविवार के दिन लोगों से भेंट करने और उनको धर्मोपदेश सुनाने में व्यस्त रहते हैं तो वे जानेंगे कि रविवार सम्बंधी नियम बनाने से हमारे काम में रोड़ा अटकाना व्यर्थ हैं.रविवार को विभिन्न प्रकार के काम करने में प्रयोग किया जा सकता है.जिससे प्रभु के लिये बहुत कुछ किया जा सकता है.इस दिन में खुले मैदान की सभाएं तथा जो (काटेज मीटिंग) मुहल्ले की सभाएं बुलाई जा सकती हैं.घर-घर की सभाएं की जा सकती हैं.जो लिखने का शौक रखते हैं वे इस दिन में अपने लेख लिख सकते हैं.जब कभी सम्भव हो रविवार को धार्मिक सभाएं करनी चाहिये.इन सभाओं को अत्यन्त चिताकर्षक बनाना चाहिये.असली पुनर्जीव डालने वाले भजन गाइये,त्राणकर्ता के प्रेम की सामर्थ्य और आश्वासन के साथ कीजिए. मद्यनिषेध तथा सच्चे मसीही अनुभव पर भाषण दीजिये.इस प्रकार आप काम करना सीखेंगे और बहुत सी आत्माओं तक पहुंच सकेंगे. ककेप 324.2

हमारे स्कूलों के शिक्षक रविवार को धार्मिक कार्य में व्यतीत करें.मुझे आदेश मिला है कि इस प्रकार वे शत्रु के मनोरथ को परास्त करने योग्य होंगे.अध्यापक अपने संग विद्यार्थियों को लेकर सत्य से अपरिचित लोगों के लिये सभाएं करे.इस तरह वे अधिक सफल होंगे. ककेप 324.3

लोगों को सत्य,खरा ,वास्तविक सत्य दिया जाना है.परन्तु देना है इसको मसीही भावना के साथ.हम तो ऐसे हैं जैसे भेड़ियों के बीच में भेड़े.जो लोग मसीह की खातिर उसकी दी हुई चितावनियों पर ध्यान न देंगे और धीरज और आत्म नियंत्रण को काम में न लाएंगे वे मालिक के लिये काम करने के बहुमूल्य अवसरों को गंवा देंगे.परमेश्वर ने अपने लोगों को उसकी व्यवस्था तोड़ने वालों पर दोषारोपण का कार्यभाग नहीं सौंपा है.किसी भी हालत में दूसरी कलीसियाओं पर आक्रमण नहीं करना चाहिए. ककेप 324.4

हमें जहां तक हो सके बहुत के लोगों के दिमाग से हमारे काम और बाइबल के अनुसार सब्बत के प्रति द्वेष भावना को दूर करने की कोशिश करनी चाहिये. ककेप 324.5