कलीसिया के लिए परामर्श

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दूसरी कलीसिया के अध्यक्षों तथा सम्प्रदायों के साथ वार्तालाप

शायद आपको दूसरे गिरजों में बोलने का अवसर मिले.इन अवसरों से फायदा उठाने में त्राणकर्ता के शब्द याद रखिये,’’सांपों की नाईं बुद्धिमान और कपोतों की नाई सीधे होवो.’‘ निन्दनीय भाषण द्वारा शत्रु के द्वेष को न उभाड़िए, इस प्रकार आप सत्य के प्रवेश होने का द्वार बंद कर देंगे. साफ सच्चा संदेश पेश करना चाहिए. परन्तु शत्रुता उभाड़ने के प्रति सावधानी बरतनी चाहिए. बचाने के लिए बहुत सी आत्माएं हैं.कठोर कथनों को रोकिए.वचन तथा कर्म से त्राण के लिए बुद्धिमान बनिए और जिनके साथ आप का सम्पर्क हो उन सब पर मसीह को प्रगट कीजिए. सब देखें कि आप के पांवों में मिलाप के सुसमाचार की तैयारी के जूते हैं और मनुष्यों के लिए उत्तम विचार हैं यदि हम मसीह के आत्मा से प्रभावित होकर काम में दाखिल हों तो हम आश्चर्यजनक परिणाम देखेंगे.यदि हम काम को धार्मिकता,दया और प्रेम से आगे बढ़ाएं तो हमारी आवश्यकता के समय मदद मिलेगी.सत्य की विजय होगी और जय की पताका फहरायेगा.सत्यमेव जयते: ककेप 319.1

दूसरी कलीसियां की अध्यक्षों के लिए हमें काम करना है.परमेश्वर चाहता है कि वे भी बच जाएं.हमारी भांति वे भी अमरत्व को विश्वास और आज्ञा पालन द्वारा प्राप्त कर सकते हैं.हमें बड़े उत्साह के साथ उनके लिए काम करना है कि वे उसे हासिल कर सकें.परमेश्वर चाहता है कि वे भी इस समय के विशेष कार्य में भाग लें. वह चाहता है कि वे भी उस संख्या में हो जो उसके परिवार को समय पर भोजन दें.वे इस काम में क्यों न लगाये जायं?हमारे पादरियों को दूसरी कलीसियाओं के पादरियों के पास जाने की कोशिश करनी चाहिए.इन पुरुषों के लिए तथा साथ प्रार्थना कीजिए जिनके लिए मसीह मध्यस्थ का कार्य कर रहा है.उन का दायित्व बड़ा गम्भीर है.मसीह के संदेशदाता के नाते हमें झुंड के इन गड़ेरियों में गहरी,उत्साहपूर्ण अभिरुचि प्रगट करनी चाहिए. ककेप 319.2

हमारे कर्मचारियों को इसे एक खास कार्य बनाना चाहिए कि कर्मचारियों के लिए काम करें.उनके साथ वादविवाद में न जुट जायं परन्तु बाइबल लेकर उनसे वचन का अध्ययन करने का अनुरोध करें.यदि ऐसा किया जाय तो बहुत से पादरी जो इस समय गलत प्रचार कर रहे हैं इस समय के सत्य का प्रचार करने लगेंगे. ककेप 319.3