कलीसिया के लिए परामर्श

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स्वास्थ्य सुधार को प्रस्तुत कीजिए

हमारे काम में संयम सुधार की ओर अधिक ध्यान देना चाहिये.प्रत्येक कर्तव्य में जो सुधार की मांग करता है,पश्चाताप,विश्वास तथा आज्ञाकरिता सम्मिलित है.इसका अर्थ है आत्मा को नये और उच्च जीवन की ओर उत्थान करना.इस प्रकार प्रत्येक सच्चे सुधार का तीसरे दूत के संदेश के कार्य में एक स्थान है.विशेषकर संयम सुधार हमारे ध्यान तथा मदद की मांग करता है.हमारी कैम्प मीटिगों अर्थात् वार्षिक सम्मेलनों में हमें इस नियम की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहिये और उसको एक जीवित विषय बनाना चाहिये.हमें लोगों के सामने सबै संयम के सिद्धान्तों की उपस्थित करना चाहिये और फिर लोगों को मदद निषेध प्रतिज्ञा पर हस्ताक्षर करने का नियंत्रण देना चाहिये.जो लोग बुरी आदतों के दास हैं उनकी ओर विशेष ध्यान देना चाहिये.हमें उनका मसीह के क्रूस की ओर नेतृत्व करना चाहिये. ककेप 275.4

ज्यों ज्यों हम अंत से निकट आते जाते हैं त्यों त्यों हमें स्वास्थ्य सुधार और मसीही संयमता के प्रश्न पर उच्चस्तर तक पहुंचना चाहिये और उसको अधिक स्पष्टता और निश्चित रीति से उपस्थित करना चाहिये.हमें निरंतर लोगों को शिक्षित करना चाहिये.हमें निरंतर लोगों को शिक्षित करने का प्रयत्न करना चाहिये न केवल बातों से किन्तु कार्यों से सिद्धान्त और व्यवहार दोनों का गहरा प्रभाव पड़ता है. ककेप 275.5

ककेप. ककेप 275.6