महान संघर्ष

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महान संघर्ष

जीवन — परिचय

एलेन गोल्ड ह्वाईट (१८२७-१९१५)

यीशु का एक भक्तिनी शिष्या एलेन १७ वर्ष की उम्र तक मेथोडिस्ट मंडली की सदस्या थी। सेवेन्य-डे-एडवेन्टिस्ट कलीसिया की स्थापना में उसका दाहिना हाथ था। सर्वाधिक लेख लिखने वाली प्रथम अमेरिकन महिला हुई जिसने १००००० पृष्ठों को लिखने में २५०००००० शब्दों को प्रयोग में लाया। प्रेम से “बहन ह्वाईट” के नाम से पुकारी जाती थी। वह स्वास्थ्य और पौष्टिक सम्बन्धी किताबों को लिखने के कारण सदा याद आती रहेगी। उसका इस सम्बन्ध में अग्रज्ञान को देखकर बड़े-बड़े विद्वान भी चकित रह जाते है। GCH .0

श्रीमती ह्वाईट ने उपासना में पढ़े जाने के लिए बहुत सी किताबें लिखी हैं जिनमें ‘स्टेप टू क्राइस्ट’ ‘द डिजायर ऑफ एजेस’ अधिक लोकप्रिय हैं। जो भी हो ‘महान संघर्ष’ को उसने अपना सर्वश्रेष्ठ किताब मानी है। GCH .0

सन् १८४३ में यीशु का शीघ्र आगमन के विषय बातें करने के कारण मेथोडिस्ट मंडली से निकाल दी गई। जब दो व्यक्तियों ने दर्शन का संवाद को मंडली में बताने से इनकार किया तो इसे संवाद देने के लिये चुनी गयी। लोगों को चेतावनी देने और डाँटने के लिए उसने कई किताबें और पत्रिकाएँ लिखीं। स्वास्थ्य-संवाद के विषय जब उसे प्रकाश मिला तो वह इसका एक जोरदार प्रचार में लग गई। उसने लोगों को अदन की बारी में आदम-हव्वा को जो भोजन खाने कहा गया था। वैसा ही भोजन करने की सलाह दी। संयम जीवन बिताते हुए हानिकारक पदार्थों से दूर रहने की सलाह दी।। GCH .0

श्रीमती ह्राईट ने कभी अपने को नबिया होने का दावा नहीं की। फिर भी बहुत से लोग उसे नाबिया या भविष्यवाक्तिनी कहते थे। उस वक्त वह इनकार भी नहीं करती थी। वह अपने को एक संवाद देने वाली कहती थी। इसके उत्तर में उसने स्वास्थ्य सुधार का काम को दिखाया। लोगों को अपने पापों से पश्चात्ताप करने को कही। उस खाई को जोड़ने के आन्दोलन में भाग लेने कही जो ईश्वर और मानव के बीच है, जिसमें साधारणतः नबी लोग शामिल रहते हैं। वे ईश्वर की दृष्टिकोण से जगत में आनेवाली घटनाओं को बताते हैं। GCH .0